वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१९ जून २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
1. मनवा तो फूला फिरै,कहै जो करूँ धरम ।
कोटि करम सर पर चढ़े, चेति न देखे मरम।।
2. मन जाणैं सब बात, जाणत ही औगुण करै।
काहे की कुसलात, कर दीपक कूँ बैं पड़ै॥
~ गुरु कबीर
संगीत: मिलिंद दाते